रविवार, 24 मई 2009

किसान को इकाई मानकर कृषि विकास कार्य करें - डा. कोमल सिंह

किसान को इकाई मानकर कृषि विकास कार्य करें - डा. कोमल सिंह

कृषि, उद्यानिकी तथा सहकारिता विभाग की संभागीय समीक्षा संपन्न

ग्वालियर 23 मई 09 । कृषि विकास एवं विस्तार की योजना बनाते हुये किसान को आधारभूत इकाई मानकर काम करें । किसान के पास खेती योग्य भूमि के अलावा , उपलब्ध भूमि का वह कैसे बेहतर उपयोग करे ? क्या उस अतिरिक्त भूमि में वनीकरण हो सकता है या औषधीय पौधे लगाये जा सकते हैं अथवा कुछ अन्य लाभकारी उत्पाद लिया जा सकता है तो उसकी जानकारी किसान को दी जावे । साथ ही कृषि अधिकारी संसाधनों अथवा शासकीय योजनाओं से किसान को लाभान्वित कराते हुये राष्ट्रीय उत्पादन वृध्दि में योगदान करें । यह निर्देश संभागायुक्त डा. कोमल सिंह ने आज यहाँ संयुक्त संचालक कृषि कार्यालय में कृषि, उद्यानिकी तथा सहकारिता विभाग की संभागीय समीक्षा करते हुये दिये। उन्होंने आगे कहा कि राज्य शासन ने कृषि विभाग का नाम परिवर्तित कर किसान कल्याण तथा कृषि विकास कर दिया है। अत: अब विभागीय अधिकारियों को भी अपना रवैया बदलकर किसान उन्मुखी करना होगा । उन्होंने अधिकारियों को कृषक सहयोगी भूमिका अपनाते हुये ग्राम स्तर पर किसानवार विवरण जुटाकर कृषि आदानों का प्रबंधन करने की हिदायत दी 

       बैठक में संभागायुक्त डा. कोमल सिंह ने लघु-सीमान्त कृषकों के हितों के संरक्षण को विशेष प्राथमिकता देने पर बल दिया । उन्होंने कहा कि खाद, बीज तथा कीटनाशकों की आवश्यकतानुसार उपलब्धता आश्वस्त करें । किसानों को फसल चयन तथा साख प्रबंधन में पूरा-पूरा सहयोग करें । मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार मात्र 30 प्रतिशत बीज की ही नगद बिक्री की जावे शेष 70 प्रतिशत बीज प्राथमिक सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को क्रेडिट पर सुलभ कराया जावे । नगद विक्रय वाला बीज भी किसानों की ऋण पुस्तिका एवं बी-1 को देखकर दिया जावे । बिक्री वाला बीज अधिकतम 5 हेक्टर में बुआई हेतु दिया जा सकेगा । निर्धारित मानदंडों के अनुसार एक हेक्टर में एक क्विंटल सोयाबीन बीज बोया जाता है अत: इस प्रकार नगद खरीदी वाले किसान को पांच क्विंटल सोयाबीन बीज से अधिक बीज न दिया जावे । किसानों को प्राथमिक साख समिति के सिंगल लॉक पर ही खाद -बीज सुलभ हो इसका पक्का बंदोबस्त किया जावे । किसानों को अपनी जरूरत का कृषि आदान प्राप्ति के लिये डबल लॉक तक न जाना पड़े ।

       समीक्षा बैठक में संयुक्त संचालक कृषि श्री एम आर जाटव, संयुक्त पंजीयक सहाकारिता श्री के के शर्मा, क्षेत्रीय प्रबंधक बीज निगम श्री एस पी एस चौहान, उप संचालक उद्यानिकी ग्वालियर- चंबल संभाग श्री ए सी वर्मा सहित संभाग के सभी जिलों के उप संचालक कृषि एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे ।

 

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