सोमवार, 31 अगस्त 2009

माइक्रो प्लानिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

माइक्रो प्लानिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

ग्वालियर दिनांक 30.08.2009: प्रोजेक्ट उत्थान एवं उघमिता विकास केन्द्र म.प्र. (सेडमेप) द्वारा तृतीय वर्ष एक्शन प्लांट में चयनित गरीब बस्ती अलापुर, छोटी मडैया, रेशमपुरा जाटव पुरा बडाघुरा एवं शिवनगर के आर.सी बी को आज अचएफ.डब्लू  टी.सी ट्रेनिगं सेटर  में प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर प्रशिक्षण दिया गया ।

       कार्यक्रम का शुभांरभ में प्रोजेक्ट उत्थान के प्रभारी दत्तात्रय भालेराव द्वारा दीप प्रज्जलन कर किया गया । इस अवसर पर उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे। आर.सी.बी को संबोधित करते हुये कहा  िआप सब के उपर अपने अपने क्षेत्र के विकास का भार है। आपके द्वारा प्रस्तावित कार्यो का ही आपके क्षेत्र मे कार्य किया जावेगा । इस के लिये आप सब को पूरी महनत एवं लगन से अपने कार्य को अंजाम देना होगा। आपके क्षेत्र का विकास अब आपके कंधो पर है। लिये आपको सुझावों के साथ साथ कार्य की गुणवत्ता को भी देखना होगा।

       कार्यक्रम के दौरान नोडल आफीसर देवेन्द्र सिंह चौहान द्वारा बताया गया कि म.प्र शासन द्वारा प्रोजेक्ट उत्थान के तहत 14 नगर निगमो को इस कार्य के लिये चुना गया है। प्रोजेक्ट उत्थान के तहत शहर की गरीब बस्तियों का चयन किया गया है उसी के साथ उसी बस्ती की महिलाओ का भी चयन कर आरसीबी बनाया गया है। इन महिलाओं को इस योजना के तहत आज प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिससे वह अपने अपने क्षेत्र का नक्सा तैयार कर सके। उक्त नक्से में उन्हें यह बताना होगाकि किस किस क्षेत्र में क्या क्या कार्य की आवश्यकता है उसी आधार पर नगर निगम ग्वालियर द्वारा सम्पूर्ण बस्ती का स्ट्रीटमेंट तैयार कर निविदाये आमत्रित कर कार्य प्रारंभ कराया जावेगा। जिसकी पूण्र्


ा जानकारी इन आरसीबी को होगी। उन्होंने बताया की इस कार्यक्रम का मुख्य उददेश्य यह है कि आपकी बस्ती का विकास आपके बताये अनुसार हो इस टे्रनिग के माध्यम से ही आपको उपस्थित विशेषज्ञयो द्वारा बताया जावेगा की आपको अपनी बस्ती का विकास कैसे कराना है।

आज का प्रशिक्षण सुश्री मनीषा जो एमपीयूएसपी की प्रमुख्य है के द्वारा दिया जावेगा। इनके साथ साथ एमपीयूएसपी के इनजीनियर एसएस मेहदी दत्ता, डीएससी के ऑर्गनाइजर श्री मिश्रा, उघान विकास के टीप लिडर मनोज सक्सैना द्वारा भी प्रशिक्षण में भी आप सब को जानकारी भी दी जावेगी।

ज्ञातव्य हो की प्रोजेक्ट उत्थान के तहत इन चयनित गरीब बस्ती मे नागरिको की मूल भूत सुविधाये जैसे पानी, बिजली, सीवर, नाली  एवं सडक आदि के कार्य पूर्ण किये जावेगें आज की टे्रनिग मे ं125 आरसीबी जो उपस्थित हुई है उनको विशेषज्ञों द्वारा  माइक्रो प्लानिंग की टे्रनिग दी जावेगी।

 

तिघरा का जल शीघ्र ही हर कॉलोनी को-शेजलवकर

तिघरा का जल शीघ्र ही हर कॉलोनी को-शेजलवकर

ग्वालियर दिनांक 30.08.2009: वह दिन दूर नही जब ग्वालियर का प्रत्येक कॉलोनी वासी तिघरा फिल्टर पानी पियेगा। हमने पार्षदके प्रारम्भिक काल में सभी 60 वार्डो को पेयजल उपलब्ध कराने का संकल्प लिया था वह सपना अब पूरा होने को है उक्त उदगार महापौर विवेक नारायण शेजवलकर आज माधोनगर में पार्क की नवनिर्मित बाउण्ड्री वाल के लोकार्पण अवसर पर व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि शहर की पेयजल समस्या के स्थाई निधान के लिये निगम परिषद ने एडीबी केसहयोग से 15 बडी टंकियो का निर्माण प्रारंभ कर दिया है। इस योजना के तहत वार्ड क्र 38 के लिये 1 बडी टंकी श्री राम कॉलोनी में बनाये जाने हेतु कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है। इस टंकी से माधवनगर चेतकपुरी श्रीराम कॉलोनी के रहवासियों को तिघरा का फिल्टर पानी पिलाया जावेगा।      इस कार्यक्रम के लिये तिघरा पर एक नया ट्रीटमेंट प्लांट बनकर तैयार है। जो नम्बर से कार्य प्रारंभ कर देगा। उन्होने कहा की मुख्यमंत्री व अनूप मिश्रा के सहयोग से पेहसारी ककेटो तथा तिघरा को पाईप लाईन से जोडने की योजना पर कार्य शुरू हो गया है इस परियोजना के पूर्ण होने के बाद शहर में पेयजल समस्या से निजाद मिलेगी।

       उन्होने कहा कि स्थानीय नागरिक पानी वितरण मे ंसहभगिता दिखाते है तो हम माधव नगर की टंकी को तिघरा के पानी से भर सकते है। नागरिको द्वारा इस केलिये एक समिति बनाकर जल वितरण व्यवस्था अपने हाथ में लेनी होगी।

       नागरिको की मांग पर महापौर द्वारा क्षेत्र में 4 इंची सीवर लाईन को 16 लाईन इंची सीवर लाइनमें बदलने हेतु अनुमापन बनाने के निर्देश भी दिये गये।

       कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे क्षेत्रीय पार्षद एवं पूर्व सभापति ने कहा की विवेक नारायण शेजवलकर ने ग्रह निर्माण मण्डल से कॉलोनी के हास्तान्तरण के समय जो बादा किया था आज पूरा कर दिया हैं ग्रह निर्माण मण्डल से प्राप्त राशि से कॉलानी के पार्क की बाउण्ड्री वाल, फूटपाथ तथा विघुत सजावट आज कॉलोनी वासियों को लोकार्पित की जा रही है।

       उन्होंने कहा की महापौर विवेक शेजवलकर द्वारा नगर निगम की प्रशासनिक व्यवस्था मे अनेक सुधार किये है। तथा कर संग्रहको को की मनमानी से मुक्ति दिलाने के लिये ऑन लाईन कर जमा करने की व्यवस्था भी आगामी सप्ताह मे शुरू की जावेगी।

 

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप मे ंनिगम के जनसम्पर्क अधिकारी डॉ प्रदीप श्रीवास्तव उपस्थित थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में माधव नगर विकास समिति के अध्यक्ष पीबीएस तोमर द्वारा अथितियो का स्वागत एवं परिचय कराया गया।

       कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थिति अतिथियों एवं नागरिको द्वारा माधव नगर की बाउण्ड्री पर वृक्षा रोपण भी किया गया। 

 

कांचमील में सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर की उपस्थिति में बृहद वृक्षारोपण हुआ

कांचमील में सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर की उपस्थिति में बृहद वृक्षारोपण हुआ

ग्वालियर दिनांक 30.08.2009: सांसद मुरैना एवं भाजपा के प्रातीय अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा आज कांचमील क्षेत्र में नगर निगम द्वारा आयोजित बृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम मे उपस्थित होकर वृक्षारोपण किया इस अवसर पर महपौर विवेक नारायण शेजवलकर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की तथा क्षेत्रीय विधायक प्रधुम्न तोमर मुख्य अथिति के रूप मे उपस्थित रहे।

       श्री तोमर द्वारा वृक्षारोपण पर जोर देते हुये स्थानीय नागरिको से रामप्रसाद बिस्मिल उघान के रखरखाव में जन भागीदारी दिखाने का अनुरोध किया उन्होने कहा कि पार्को तथा चौराहो का विकास बिना जनभागीदारी के संभव नही है। नगर निगम पार्को का विकास कर सकती है लेकिन पार्को को उजडने से बचाने के लिये स्थानीय नागरिको को समिति बनाकर सहभागीता दिखानी चाहिये ।

       महपौर विवेक नारयण शेजवलकर ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा हरियाली ही हमें प्राकृतिक आपदाओं से बचा सकती है। वृक्ष रहेगे तो वार्यावरण संतुलित रहेगा। विधायक प्रधुम्न सिंह तोमर ने इस अवसर पर पार्क मे ंनाकरिको के लिये भ्रमण के लिये अपनी निधी से 10 लाख रूपये दिये जाने की घोषणा की ।

       आज के कार्यक्रम मे ंसांसद एवं विधायक तथा महपौर ने स्वयं खडे होकर जनभागीदारी विकसित करने के लिये स्थानीय नागरिको, व्यवसयियो से वृक्ष लगवाये। निगमायुक्त डॉ. पवन शर्मा द्वारा इस अवसर पर रामप्रसाद बिस्मिल भवन तथा पार्क में इन्टर लोकिंग टाईल्स लगाने के निर्देश अधीक्षक यंत्री को दिये तथा पार्क की सुरक्षा हेतु दो सुरक्षा गार्ड भी तैनात करने के निर्देश दिये ।

       वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत आज निगम के विभिन्न अधिकारी एवं कर्मचारी, जनप्रतिनिधियों द्वारा 5 हजार वृक्षो का रोपण किया गया। रोपे गये सभी वृक्ष 1 से 2 वर्ष के थे। आज के कार्यक्रम पार्षद हेमलता भदौरिया, महेश गोतम, सुरेन्द्र सिंह चौहान पूर्व पार्षद कल्लू दिक्षित पार्षद रामनाथ खटिक के साथ उपायुक्त सुरेन्द्र सिंह भदौरिया, अधीक्षक यंत्री चतुर सिंह यादव जनसम्पर्क अधिकारी डॉ प्रदीप श्रीवास्तव पार्क अधीक्षक के.के जैन, पार्क निरीक्षक मुकेश बंसल सहायक आयुक्त गुलाब राय काले उपस्थित रहे।

 

सुरक्षा समिति की बैठक आज

सुरक्षा समिति की बैठक आज

ग्वालियर 30 अगस्त 09। कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुरक्षा समिति की बैठक 31 अगस्त को दोपहर तीन बजे कार्यालय कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खण्ड ग्वालियर में आयोजित की गई है। समिति के सदस्यों को नियत दिनांक, समय व स्थान पर उपस्थित होने को कहा गया है। 

 

सिलाई कढ़ाई परीक्षा 2009 हेतु आवेदन आमंत्रित

सिलाई कढ़ाई परीक्षा 2009 हेतु आवेदन आमंत्रित

ग्वालियर 30 अगस्त 09। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास से प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित विभागीय सिलाई कढ़ाई परीक्षा वर्ष 2009 के लिये विभागीय मान्यता प्राप्त अशासकीय स्वयंसेवी संस्थाओं से परीक्षा के आवेदन 8 सितंबर तक मांगे गये हैं। यह आवेदन कार्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग मोतीमहल इमली चौक ग्वालियर में जमा किये जावेंगे। इस के लिये प्रति परीक्षार्थी परीक्षा शुल्क तीन रूपये के मान से भारतीय स्टेट बैंक ग्वालियर में चालान से जमा करना होगा। विस्तृत जानकारी महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय से कार्यालयीन समय में प्राप्त की जा सकेगी। निर्धारित अवधि के पश्चात कार्यालय द्वारा आवेदन स्वीकार नहीं किये जावेंगे।

 

'' मीरा दीदी से पूछो'' कार्यक्रम आज

'' मीरा दीदी से पूछो'' कार्यक्रम आज

ग्वालियर 30 अगस्त 09। राष्ट्रीय महिला आयोग के सहयोग से जिला ग्वालियर में    '' मीरा दीदी से पूछो'' कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम 31 अगस्त को दोपहर दो बजे राज्य स्वास्थ्य संस्थान के ऑडिटोरियम में होगा। कार्यक्रम के अन्तर्गत महिलाओं को उन्हें प्राप्त कानूनी अधिकारों के संबंध में इस शिविर का आयोजन किया जा रहा है।

 

आदिवासी बहुल हरसी में कलेक्टर ने लगाई रात्रिकालीन चौपाल : किसी को नौकरी, किसी को खेती तो किसी को मिली पढ़ाई के लिये मदद

आदिवासी बहुल हरसी में कलेक्टर ने लगाई रात्रिकालीन चौपाल : किसी को नौकरी, किसी को खेती तो किसी को मिली पढ़ाई के लिये मदद

       ग्वालियर 30 अगस्त 09। न कोई अर्जी देने का झंझट और न ही समस्यायें दर्ज करने की औपचारिक कबायद। फिर भी जन समस्यायें निपटने के साथ-साथ ऐसे लोगों की वर्षों पुरानी मुरादें पूरी हो रहीं थीं, जो साधारणत: औरों के समक्ष अपनी कठिनाइयाँ व मंशा जाहिर नहीं कर पाते। यहां बात हो रही है बीती रात जिले के सुदूर अंचल में स्थित सहरिया आदिवासी बहुल गांव हरसी में जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी द्वारा लगाई गई रात्रि कालीन चौपाल की। पूरी तरह अनौपचारिक माहौल में पेट्रोमैक्स की रोशनी में देर रात तक चली इस चौपाल की शुरूआत में जब श्री त्रिपाठी ने यह कह कर बातचीत का सिलसिला शुरू किया कि हम आप सब के हालचाल जानने और आपकी कठिनाइयों व समस्याओं से रूबरू होने आये हैं, तो अमूमन अन्तर्मुखी रहने वाले सहरिया आदिवासी भी मुखर होकर अपने मन की बात व्यक्त करने लगे। खासकर सहरिया समुदाय की महिलाओं ने आगे आकर सरकार से जुड़ी अपने गांव व घर की एक-एक समस्या व मांगों को खुलकर कलेक्टर के समक्ष रखा। कलेक्टर ने भी उन्हें निराश नहीं किया और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा के साथ उनकी अधिकांश समस्याओं का समाधान तो किया ही, साथ ही उनकी वर्षों पुरानी मुरादें भी पूरी की। जिन समस्याओं व मांगों का कलेक्टर ने चौपाल में समाधान किया उनमें एक पढ़े लिखे सहरिया युवक को सरकारी नौकरी देने समेत बड़े पैमाने पर पट्टों की बहाली, भूमि को कृषि योग्य बनाने के लिये मदद, पेंशन स्वीकृति, विद्युतीकरण, सीमेण्ट कांक्रीट सड़क की मंजूरी, सहरिया विद्यार्थियों का आश्रम व छात्रावासों में प्रवेश, बड़े पैमाने पर शौचालयों का निर्माण, सिंचाई सुविधाओं का विस्तार, मछुआ व स्व-सहायता समूहों को मदद आदि शामिल हैं। कलेक्टर ने साथी अधिकारियों के साथ अपनी यह रात आदिवासी बहुल ग्राम हरसी में ही बिताई।

       बीती रात लगी चौपाल में हरसी ग्राम के 42 सहरिया परिवारों को बड़ी मदद मिली है। इन परिवारों को खेती के लिये वर्ष 97 में कृषि भूमि के पट्टे मिले थे। इन परिवारों ने पट्टों की भूमि को कृषि योग्य न समझ कर पट्टों पर कब्जा नहीं लिया और ये पट्टे निरस्त हो गये। चौपाल में जब कलेक्टर ने इन्हें बताया कि रोजगार गारण्टी योजना के तहत सरकार भूमि को समतल करने और उसे कृषि योग्य बनाने के लिये मदद प्रदान करती है। यह सुनकर सहरिया परिवारों को बड़ी निराशा हुई कि काश हमारे पट्टे निरस्त नहीं हुए होते तो हम सरकारी इमदाद से पट्टे की भूमि को खेती योग्य बना लेते।  कलेक्टर ने इन परिवारों की उक्त समस्या का समाधान चौपाल में कर दिया। उन्होंने मौके पर मौजूद अनुविभागीय अधिकारी राजस्व व भितरवार के तहसीलदार को हिदायत दी कि सभी 42 परिवारों के पट्टे बहाल कर दिये जायें। इसी तरह आदिवासी महिलाओं के जमुना स्व-सहायता समूह को गांव की चार आंगनवाड़ी केन्द्रों के पोषण आहार वितरण का काम दिलाने के निर्देश दिये गये। इस गांव में पारंपरिक रूप से मछली पालन का अनुभव रखने वाले श्रीलाल के लिये मीनाक्षी योजना के तहत पांच लाख की लागत से एक तालाब की मंजूरी दी गई। इसी योजना के तहत सहरिया जनजाति से ताल्लुक रखने वाले श्री बादाम सिंह के तालाब का ले आउट 31 अगस्त तक देने की हिदायत सहायक यंत्री को दी गई। गांव के जमुना स्व-सहायता समूह के सभी सदस्यों समेत करीबन 30 सहरिया आदिवासी परिवारों के घरों में शत प्रतिशत अनुदान के आधार पर शौचालय बनाने की सौगात भी रात्रिकालीन चौपाल में मिली। इसके अलावा रमको बाई को पेंशन देने व मोतिया बिन्द का ऑपरेशन कराने, कला बाई की जमीन से कब्जा हटाने के निर्देश चौपाल में दिये गये। हरसी गांव से जुड़े सिडनी का पुरा तथा बोधपुरा मोहल्ले में करीबन डेढ़-डेढ़ लाख रूपये की लागत से सीमेण्ट कांक्रीट युक्त खरंजा बनाने का निर्णय चौपाल में हुआ। घाटीगांव अंचल के पूछरी से चौपाल में पहुँचे उदआ आदिवासी ने फरियाद की कि हमें वर्ष 80 से पहले पट्टा मिला था, परन्तु वन अमला हमें खेती नहीं करने देता। कलेक्टर ने उसे आश्वस्त किया कि यदि उक्त अवधि से पहले का पट्टा है तो उसे जल्द ही खेती करने की अनुमति दिला दी जायेगी।

       चौपाल में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री शिवराज सिंह वर्मा, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन श्री एन पी. कोरी, जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग श्री चतुर्वेदी, जनपद पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्री राजीव मिश्रा व कार्यपालन यंत्री विद्युत सहित अन्य स्थानीय अधिकारी व बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीणजन शामिल हुए।

 

जसवन्त को मिली नौकरी, सहरिया छात्र पढ़ेंगे ग्वालियर में

शिक्षा के प्रति सहरिया समुदाय खासकर इस समुदाय की महिलाओं के लगाव को देखकर बीती रात लगी चौपाल में सुखद अनुभूति हुई। कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने इसका उन्हें प्रतिफल भी दिलाया। मसलन सहरिया जन जाति के बारहवीं तक पढ़े लिखे एक युवक जसवन्त सिंह को सीधे संविदा शिक्षक वर्ग-3 के पद पर नियुक्त करने के निर्देश जनपद पंचायत भितरवार के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को दिये। इसी तरह आगे पढ़ने के इच्छुक सहरिया जन जाति के छात्र इन्द्र सिंह,लोकेन्द्र सिंह व विवेक आदिवासी को ग्वालियर स्थित आदिम जाति कल्याण विभाग के छात्रावास में भर्ती कराने के निर्देश दिये गये। इसी कड़ी में छात्रा धनेश कुमारी के प्रकरण को विशेष प्रकरण मानकर उत्कृष्ट विद्यालय भितरवार एवं स्नातक प्रथम वर्ष के छात्र रामअवतार जाटव को पोस्ट मेट्रिक छात्रावास डबरा में भर्ती कराने के निर्देश कलेक्टर ने आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक को दिये।

 

रिहायशी कॉलोनियों के पास सेल फोन टॉवर स्थापित करने की अनुमति न देने की अनुशंसा

रिहायशी कॉलोनियों के पास सेल फोन टॉवर स्थापित करने की अनुमति न देने की अनुशंसा:

छतों पर लगे मोबाइल फोन टॉवर हटाये जायें मानव अधिकार आयोग

Bhopal:Sunday, August 30, 2009

म.प्र. मानव अधिकार आयोग ने नगरीय क्षेत्रों में सेल फोन टॉवर स्थापित करने के लिये कम से कम ऐसे भूखंडों का चयन करने को प्राथमिकता देने की अनुशंसा की है जिनका आकार ढाई सौ फुट× ढाई सौ फुट हो। इन भूखंडों पर सेल फोन टॉवर के लिये स्थापित की जाने वाली मशीनों और जनरेटर से 100 फुट की त्रिज्या में कोई भी रिहायशी आवास न हो। टॉवर स्थापित करने के लिये जनरेटर की चिमनी की ऊँचाई न्यूनतम 30 फुट अथवा पास की ऊँचे आवासीय भवन से 20 फुट अधिक होना चाहिये।

आयोग ने सिफारिश की है कि ढाई हजार वर्ग फुट तक के आवासीय भूखंडों पर स्थापित टॉवर तत्काल हटाये जाने चाहिये। रिहायशी कॉलोनियों में मकानों की छत पर स्थापित टॉवरों से लोगों की जान और माल की क्षति का खतरा बना रहता है। वैसे भी ये भवन डायनामिक इम्पेक्ट फोर्स से डिजायन नहीं होते हैं इसलिये छतों पर स्थापित टॉवरों को भी हटा देना चाहिये। आयोग ने कहा है कि राज्य का अधिकांश भू-भाग भूकंप संभावित क्षेत्र है, इसलिये टॉवरों की ऊँचाई इतनी हो कि उनके गिरने से कोई जनहानि न हो। आयोग ने कहा है कि भारतीय टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग संस्थान दिल्ली द्वारा जारी मार्गदर्शी सिद्धांतों व निर्देर्शों का टॉवर की स्थापना में पालन कराया जाये। आयोग ने ये अनुशंसाएं खण्डवा के एक स्ट्रक्चरल इंजीनियर श्री राजेन्द्र तिवारी की शिकायत पर विभिन्न संबंधित संस्थाओं से जानकारियां लेने और विचार-विमर्श करने के बाद की हैं।

आयोग ने यह भी सिफारिश की है कि सेल फोन टॉवर्स का निर्माण एवं स्थापना घनी आबादी वाली बस्तियों के निकट न किया जाये। टॉवर स्थापित किये जाने वाले स्थान को वायर फेंसिंग और चारीदीवारी बनाकर सुरक्षित रखा जाना चाहिये ताकि उन तक किसी व्यक्ति की पहुंच न हो सके। आयोग ने यह भी कहा है कि विद्युत या डीजल जनरेटर से संचालित होने वाले टॉवरों में ध्वनि प्रदूषण न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाना चाहिये। म.प्र. मानव अधिकार आयोग ने यह शिकायत प्राप्त होने के बाद नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग से टॉवर स्थापना की अनुमति देने के संबंध में शासन की नीति की जानकारी प्राप्त की। नीति से यह स्पष्ट हुआ कि सेल फोन टॉवर स्थापना की अनुमति देने की शर्तों में जन-सुरक्षा और स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव न पड़े इस संबंध में कोई खास शर्तें नहीं रखी गई हैं। आयोग की पहल पर शासन ने सेल फोन टॉवर से निकलने वाली विद्युत चुम्बकीय विकिरणों के दुष्प्रभावों का अध्ययन करने के लिये सात सदस्यीय एक विशेषज्ञ समिति गठित की। समिति में गाँधी मेडिकल कॉलेज भोपाल के एटामिक मेडिसिन्स विभाग के डॉ. करण पीपरे, सूचना एवं प्रौद्योगिकी के ओ.एस.डी. डॉ. अनुराग श्रीवास्तव, बी.एस.एन.एल. के श्री मनोज कुमार, नगरीय प्रशासन के अधीक्षण यंत्री श्री के.के. श्रीवास्तव, रिलायंस और एयरटेल कम्पनियों के एक-एक प्रतिनिधि को सम्मिलित किया गया।

समिति की रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि ये विद्युत चुम्बकीय विकिरणें गर्भवती माताओं, गर्भस्थ शिशुओं और बालकों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डाल सकती हैं। समिति ने यह भी सुझाव दिया है कि सेल फोन टॉवरों का निर्माण करने की अनुमति केवल खुले सार्वजनिक स्थानों पर ही दी जानी चाहिये। निर्मित भवनों की छतों पर टॉवर स्थापित करने से कभी भी दुर्घटनाएं घटित हो सकती हैं। विभिन्न कम्पनियों को सेल फोन टॉवरों के साझा उपयोग पर सहमति बनाने के प्रयत्न होने चाहिये। भविष्य में बनने वाली रिहायशी कॉलोनियों में सेल फोन टॉवर स्थापित करने के लिये स्थान आरक्षित कराये जाने चाहिये।

शिकायतकर्ता श्री राजेन्द्र तिवारी, स्वयं स्ट्रक्चरल इंजीनियर हैं। उन्होंने भी सेल फोन टॉवर्स के बारे में जो अध्ययन किये हैं उनके संदर्भ प्रस्तुत करते हुए आयोग को काफी जानकारियां दी हैं। श्री तिवारी ने फ्रांस के एक शोध पत्र का हवाला देते हुए स्पष्ट किया है कि सेल फोन टॉवर के पास रहने वाले लोगों को खून की कमी, दृष्टिदोष, सिरदर्द तथा अनिद्रा जैसे संत्रास हो सकते हैं। इसलिये सेल फोन के बेस स्टेशन को मानव बसाहट से कम से कम 300 मीटर दूर रखना उचित होगा। आस्ट्रिया के वियना विश्वविद्यालय के पर्यावरण स्वास्थ्य चिकित्सा संस्थान के एक शोधपत्र जो इंटरनेट पर उपलब्ध है में स्पष्ट किया गया है कि विद्युत चुम्बकीय विकिरणों का मानव स्वास्थ्य पर तात्कालिक प्रभाव भले ही न दिखे लेकिन लम्बे समय तक विकिरणों के प्रभाव से मानव शरीर पर दुष्परिणाम के उदाहरण मिले हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका में किये गये एक अध्ययन में भी बताया गया है कि सेल फोन टॉवर और सेल फोन दोनों को एक सुरक्षित दूरी पर रखना आवश्यक है। अन्य स्थिति में इनके अहितकारी परिणाम बूढ़ों, बच्चों, गर्भवती माताओं और कमजोर लोगों पर प्रकट होते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सेल फोन टॉवर स्थापित करने के संबंध में पूर्ण सावधानी और सतर्कता के सिद्धांतों का पालन करने की सलाह दी है।

 

रविवार, 30 अगस्त 2009

डॉ. सिंह को भावभीनी विदाई

डॉ. सिंह को भावभीनी विदाई

ग्वालियर 29 अगस्त 09। संभागीय जनसंपर्क कार्यालय में पदस्थ सूचना सहायक डॉ. बी एन. सिंह को कार्यालयीन अधिकारी व कर्मचारियों ने आज भावभीनी विदाई दी। श्री सिंह यहां से जिला जनसंपर्क कार्यालय अलीराजपुर के लिये स्थानान्तरित हुए हैं। विदाई समारोह में संयुक्त संचालक जनसंपर्क श्री सुभाष चन्द्र अरोड़ा, उप संचालक श्री जी एस. मौर्य सहित कार्यालय के अन्य अधिकारी व कर्मचारी तथा वरिष्ठ पत्रकार श्री देवश्री माली मौजूद थे। इस अवसर पर सभी ने डॉ. बी एन. सिंह के उज्ज्वल भविष्य तथा उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की।

 

 

जिला न्यायालय में आयोजित लोक अदालत में 132 प्रकरणों का निराकरण

जिला न्यायालय में आयोजित लोक अदालत में 132 प्रकरणों का निराकरण

ग्वालियर 29 अगस्त 09। जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री ए के. मिश्रा के मार्गदर्शन में आज जिला न्यायालय में आयोजित हुई लोक अदालत में 132 प्रकरणों का निराकरण किया गया। लोक अदालत द्वारा दुर्घटना क्लेम के प्रकरणों  में 9 लाख 38 हजार  रूपये का अवार्ड भी पारित किया गया। इसी तरह विद्युत अधिनियम के प्रकरणों में लगभग 5 लाख रूपये की राशि पक्षकारों से जमा कराई गई।

       जिला न्यायालय के रजिस्ट्रार एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री आर के. जैन ने बताया कि लोक अदालत में आज निराकृत हुए कुल 132 प्रकरणों में आपराधिक 17, क्लेम के 21, सिविल प्रकरण 10, विद्युत संबंधी 77, प्री-लिटिकेशन के चार एवं लोक उपयोगी सेवाओं से संबंधित 10 प्रकरण शामिल हैं।

       लोक अदालत में प्रकरणों के निराकरण के लिये छ: खण्डपीठ गठित की गईं थी। जिसमें खण्डपीठ क्रमांक-एक के पीठासीन अधिकारी अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती लक्ष्मी शर्मा व खण्डपीठ क्रमांक -दो के पीठासीन अधिकारी अपर जिला  एवं सत्र न्यायाधीश श्री एन पी. सिंह, खण्डपीठ क्रमाक-3 विद्युत अधिनियम के अतिरिक्त खण्डपीठ के पीठासीन अधिकारी श्री आर पी. सोनी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं सदस्य श्री उपेन्द्र कुमार श्रीवास अधिवक्ता, खण्डपीठ क्रमांक-4 सिविल प्रकरणों के पीठासीन अधिकारी श्री आर के. जैन, रजिस्ट्रार/ सिविल जज वर्ग-1 एवं सदस्य श्रीमती गीता गुप्ता अधिवक्ता, खण्डपीठ क्रमांक-5 प्रीलिटीकेशन के प्रकरणों के पीठासीन  अधिकारी श्री ए के. त्रिपाठी, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1एवं सदस्य श्री गंगाराम शर्मा अधिवक्ता, तथा खण्डपीठ क्रमांक-6 आपराधिक प्रकरणों के पीठासीन अधिकारी श्री सिध्दार्थ तिवारी, जे एम एफ सी. ग्वालियर एवं सदस्य श्री विनोद कुमार श्रीवास्तव अधिवक्ता द्वारा प्रकरणों का निराकरण किया गया।

       इस अवसर पर यूनाइटेड एवं नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के संभागीय प्रबंधक तथा म प्र. विद्युत मण्डल के प्रमुख अभियंता, अधिकारी एवं कर्मचारीगण, अधिवक्तागण तथा काफी संख्या में पक्षकारगण ने उपस्थित होकर लोक अदालत में प्रकरणों का निराकरण कराने में सहयोग दिया।

 

तहसील स्तर पर कार्यरत पत्रकारों को अधिमान्यता

तहसील स्तर पर कार्यरत पत्रकारों को अधिमान्यता

ग्वालियर, 29 अगस्त 09। राज्य सरकार ने तहसील स्तर पर कार्यरत पत्रकारों को अधिमान्यता प्रदान करने के लिये नियमों को सरल कर दिया है ।संशोधित नियमों के अनुसार तहसील मुख्यालय/प्रकाशन स्थल में पदस्थ पत्रकारों को जनसंपर्क संचालनालय द्वारा अधिमान्यता दी जा सकेगी। इसके लिये तहसील में समाचार पत्र की न्यूनतम दो सौ प्रतियों का प्रसार होना और आवेदक पत्रकार व पत्रकारिता के क्षेत्र में कम से कम पांच वर्ष का अनुभव होना जरूरी है। अधिमान्यता के लिये इच्छुक पत्रकार  आवेदन पत्र के साथ नियुक्ति पत्र या संबंधित जिला जनसंपर्क कार्यालय में पदस्थ अधिकारी की अनुशंसा होना जरूरी है।

      ज्ञात हो संभाग स्तरीय अधिमान्यता समिति की बैठक आगामी 9 सितम्बर को रखी गई है। इस बैठक में तहसील स्तरीय अधिमान्यता प्रकरणों का निराकरण भी किया जायेगा।

 

सुरक्षा समिति की बैठक 31 अगस्त को

सुरक्षा समिति की बैठक 31 अगस्त को

ग्वालियर 29 अगस्त 09। कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुरक्षा समिति की बैठक 31 अगस्त 2009 को दोपहर 3 बजे कार्यालय कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खण्ड ग्वालियर में आयोजित की गई है। समिति के सदस्यों को नियत दिनांक, समय व स्थान पर उपस्थित होने को कहा गया है। 

 

निर्वाचन के लिये अधिग्रहित वाहनों का भुगतान प्राप्त करें

निर्वाचन के लिये अधिग्रहित वाहनों का भुगतान प्राप्त करें

ग्वालियर 29 अगस्त 09। लोक सभा निर्वाचन 2009 के दौरान जिला निर्वाचन कार्यालय ग्वालियर द्वारा अधिग्रहित की गई अशासकीय वाहनों के किराये की राशि जिला निर्वाचन कार्यालय ग्वालियर से भुगतान की जा रही है। संबंधित वाहन मालिकों को सूचित किया गया है कि वे अपने मूल वाहन रजिस्ट्रेशन, वाहन अधिग्रहण एवं वाहन भारमुक्ति आदेश साथ में लावें और भुगतान राशि प्राप्त करें। जो वाहन मालिक स्वयं आने में असमर्थ हों तो वे उक्त सभी मूल कागजों के साथ अधिकृत व्यक्ति को अधिकार पत्र के साथ राशि प्राप्त करने हेतु भेंज सकते हैं।

 

आसान हुआ स्कूल तक का सफर: जिले की करीबन ढ़ाई हजार बालिकाओं को मिली नि:शुल्क साइकिलें

आसान हुआ स्कूल तक का सफर: जिले की करीबन ढ़ाई हजार बालिकाओं को मिली नि:शुल्क साइकिलें

ग्वालियर 29 अगस्त 09। अपने गांव से दूर स्थित दूसरे गांव के स्कूल में इस वर्ष प्रवेश लेने वाली जिले की लगभग ढाई हजार बालिकाओं को स्कूल तक जाने में कोई दिक्कत नहीं आती। ये बालिकायें प्रदेश सरकार द्वारा नि:शुल्क रूप से मुहैया कराईर् गईं साइकिलों से अपने स्कूल तक का सफर आसानी से तय कर लेती हैं। मौजूदा शिक्षण सत्र में छठवीं कक्षा में प्रवेश लेने वाली 879 बालिकाओं एवं नौवीं कक्षा में प्रवेश लेने वाली एक हजार 532 बालिकाओं को अब तक नि:शुल्क साइकिलें मुहैया कराई जा चुकीं हैं। इन बालिकाओं ने ये साइकिलें अपनी पसंद से खरीदी हैं। अपने गांव से दूर छठवी कक्षा में प्रवेश लेने वाली हर बालिका को 2300 रूपये और नवीं कक्षा में प्रवेश लेने वाली बालिका को साइकिल खरीदने के लिये 2400 रूपये के मान से राशि सरकार ने मुहैया कराई है।

       जिला शिक्षा अधिकारी श्री के के. द्विवेदी ने बताया कि जिले की जनपद पंचायत भितरवार के अन्तर्गत अपने गांव में आगे की पढ़ाई के लिये स्कूल न होने पर दूसरे गांव के शासकीय हाई स्कूल/हायरसेकण्ड्री स्कूल में नौवीं कक्षा में प्रवेश लेने वाली 451 बालिकाओं को अब तक साइकिलें उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। इसी तरह जनपद पंचायत डबरा के अन्तर्गत 487, घाटीगांव में 269 एवं जनपद पंचायत मुरार के अन्तर्गत 325 बालिकाओं को साइकिलें उपलब्ध कराई गईं हैं।

       इसी तरह दूसरे गांव की माध्यमिक शाला में छठवीं कक्षा में प्रवेश लेने वाली जनपद पंचायत भितरवार क्षेत्र की 155 बालिकाओं को नि:शुल्क साइकिलें उपलब्ध कराई गईं हैं। जनपद पंचायत डबरा के अन्तर्गत 248, घाटीगांव में 206 एवं जनपद पंचायत मुरार के अन्तर्गत दूसरे गांव की माध्यमिक शाला में छठवीं कक्षा में प्रवेश लेने वाली 270 बालिकाओं को अब तक नि:शुल्क साइकिलें मुहैया कराई जा चुकीं हैं।

       जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि शेष बची पात्र बालिकाओं को भी आवंटन प्राप्त होते ही साइकिलें मुहैया करा दी जायेंगी।

 

'आम के आम गुठलियों के दाम' रोजगार गारण्टी योजना के तहत रोजगार व पेयजल समस्या का निदान

'आम के आम गुठलियों के दाम' रोजगार गारण्टी योजना के तहत रोजगार व पेयजल समस्या का निदान

ग्वालियर 29 अगस्त 09। रोजगार गारण्टी योजना के तहत संभाग के सभी जिलों में गांव के मजदूरों को न केवल स्थानीय स्तर पर मजदूरी मिल रही है अपितु इनके द्वारा किये जा रहे कार्य के फलस्वरूप जो परिसम्पत्तियों का निर्माण हो रहा है उससे स्थानीय मजदूरों के साथ अन्य ग्रामीणजन को भी लाभ मिल रहा है और गांव की मूलभूत समस्याओं का निदान हो रहा है।

       दतिया जिले के ग्राम सेमई के एक मोहल्ले में पेयजल की समस्या थी। ग्रामवासियों ने जब इस समस्या हेतु ग्राम पंचायत सरंपच श्रीमती उमादेवी दांगी को अवगत कराया तथा उन्होंने यह भी बताया कि ग्राम मजदूरों की स्थानीय स्तर पर रोजगार की तलाश है। सरपंच के निर्देशानुसार ग्राम पंचायत सचिव द्वारा दतिया जिला मुख्यालय पर रोजगार गारण्टी कार्यालय जाकर सम्पर्क किया और सार्वजनिक कूप निर्माण का प्रस्ताव दिया। रोजगार गारण्टी योजना के तहत 2 लाख 18 हजार रूपये की राशि से सार्वजनिक कूप स्वीकृत किया गया है। सार्वजनिक कूप निर्माण का कार्य ग्राम सेमई में माता मंदिर के पास अकोला रोड पर प्रारंभ हुआ। कूप निर्माण कार्य प्रारंभ होने से जहां एक ओर मजदूरों की स्थानीय स्तर पर मजदूरी मिलने लगी वहीं दूसरी ओर गांव वालों को पेयजल समस्या के समाधान की भी आस बंधी।

       जब सार्वजनिक कूप बनकर तैयार हुआ तो ग्रामवासियों की खुशी का ठिकाना न रहा। अब गांव में पेयजल का एक स्थाई स्त्रोत बन गया है और लम्बे समय से बनी पेयजल समस्या का समाधान हो गया और मजदूरों को स्थानीय स्तर पर मजदूरी मिली वो अलग। है ना ''आम के आम गुठलियों के दाम''

 

 

1.13 लाख रक्त पट्टियों का परीक्षण: 571 पॉजिटिव, 61 मलेरिया फाल्सी फैरम प्रभावित

1.13 लाख रक्त पट्टियों का परीक्षण: 571 पॉजिटिव, 61 मलेरिया फाल्सी फैरम प्रभावित

ग्वालियर, 29 अगस्त 09  अगस्त माह तक एक लाख 13 हजार 465 रक्त पट्टियां तैयार कर परीक्षण किया गया। परीक्षण के दौरान 571 मलेरिया पॉजिटिव पाये गये। मलेरिया फाल्सीफेरम के भी 61 मामले सामने आये हैं। 571 मलेरिया पॉजिटिव में से 570 को रेडिकल ट्रीटमेंट दिया गया है। यह जानकारी जिला मलेरिया अधिकारी डा.आर.के. सोनी ने दी।

      डॉ. सोनी ने बताया कि मच्छरजन्य परिस्थितियों को समाप्त करने के लिये लार्वा भक्षी गम्बूशिया मछलियां बहुत लाभदायक हैं इसके संचयन के लिये एक लाख का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसके विरूध्द अभी तक एक लाख 53 हजार मछलियां उपलब्ध हैं। इनका संचयन इटालियन गार्डन के पानी में, अम्बेडकर पार्क के कुण्ड में, लक्ष्मण तलैया, लक्ष्मीबाई समाधि स्थल पर संचित जल और हनुमान ताल में किया गया था। इसकी प्रगति अभी भी जारी है।

       गम्बूशिया मछलियां मच्छरों के लार्वा को बहुत चाव से खाती हैं। एक मछली दिन में 200 से 300 तक लार्वा चट कर जाती हैं। गम्बूशिया मछलियों की संख्या तेजी से बढ़ती है और गर्मी बढ़ जाने पर भी जीवित रहती हैं। अन्य जलचर भी इस मछली को नहीं खाते। जो व्यक्ति गम्बूशिया मछली पालना चाहते हैं वे मलेरिया कार्यालय से नि:शुल्क प्राप्त कर सकते हैं।

      मलेरिया की रोकथाम के लिये 45-45 दिन के तीन चक्र में छिड़काव निर्धारित किया गया हैं। प्रथम चक्र की शुरूआत 16 जून से की गई थी, दूसरा चक्र एक अगस्त से क्रियाशील है। अगला और तीसरा चक्र 16 सितम्बर से शुरू होगा। यह छिड़काव ज्यादा प्रभावित 65 गांवों में किया जा रहा है। इसमें बरई, पनिहार, रायपुर, रैहट, बड़गांव, जखौदा, घाटीगांव, आंतरी, आरोन, बड़कागांव, टेकनपुर, आंतरी (भितरवार) आदि सब सेन्टर शामिल हैं।

मलेरिया से बचाव

       जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. आर के. सोनी ने बताया कि मच्छरों से बचाव के लिये जनता को साफ-सफाई से रहना चाहिये। अपने घर के आस पास भी साफ सफाई रखें और पानी की निकासी की पूर्ण व्यवस्था करानी चाहिये। उन्होंने अपील की कि घर के आस पास के गड्डों में पानी न भरा रहने दें। हो सके तो गड्डों को मिट्टी से भर दें। घर में भी कचरे, अनुपयोगी सामानों को हटा दें अथवा नष्ट कर दें। एयर कूलर, ड्रम, फूलदान, पौधे के गमलों, पक्षियों के नहाने के स्थान को हर सप्ताह खाली कर के सुखायें। ओवरहेड टैंक को ढक कर रखें। घर की छत एवं बगीचे में पड़े टायर आदि, अनुपयोगी हैं, तो उसको हटा दें, अन्यथा उनमें पानी भरे रहने से मच्छर पैदा हो जाते हैं। शरीर को पूरी तरह ढकने वाले कपड़े पहनें तथा सोते समय कीटनाशक उपचारित मच्छरदानी का उपयोग करें। ग्रामीण क्षेत्र में नीम की पत्ती का धुंआ भी किया जा सकता है।     डॉ. सोनी ने सभी आम नागरिकों से अपील की है कि किसी व्यक्ति को बुखार आये तो योग्य चिकित्सक को दिखाकर रक्त पट्टिका का परीक्षण अवश्य करायें।

 

अवैध अतिक्रमण हटाया गया

अवैध अतिक्रमण हटाया गया

ग्वालियर दिनांक 29.08.2009- मदाखलत विभाग द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया है कि जनकगंज हास्पीटल, जीवाजीगंज, बाड़ा से अस्थाई अतिक्रमण हटवाये गये। हजीरा चौक पर लगे हाथ ठेले वालों को हटवाया गया और हॉकर्स जोन में लगवाये गये और सामान जप्त किया गया।

       सिटीसेन्टर, गांधी रोड, स्टेशन बजरिया, पड़ाव, फूलबाग, गुरूद्वारा, मोतीमहल क्षेत्र से अवैध रूप से लगे बैनर व झण्डीओं को हटवाया गया।

       हरिगोविंदपुरम से बीमार गाय को पकड़कर ऐनीमल क्योर में दाखिल करवाया गया। शास्त्री नगर, कमेटी हॉल से शिकायत के आधार पर आवारा गया, श्रीकृष्ण कॉलोनी हैदरगंज व सी ब्लॉक से आवारा मवेशी 22 को पकड़वाकर झांसी रोड खिड़क में दाखिल करवाया गया।

 

निगमायुक्त ने एडीबी की वस्तुस्थिति माननीय गृहमंत्री को बताई

निगमायुक्त ने एडीबी की वस्तुस्थिति माननीय गृहमंत्री को बताई

ग्वालियर दिनांक 29.08.2009- निगमायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा द्वारा माननीय मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, मंत्री, गृह एवं जेल विभाग को उनके पत्र क्र. 703 दिनांक 16.8.09 जो एडीबी द्वारा डाली जा रही वॉटर लाईनों की जांच के संबंध में था, की वस्तुस्थिति की जानकारी निम्नानुसार माननीय मंत्री महोदय के निज सचिव को प्रस्तुत की जा चुकी है:-

1-                   नगर ग्वालियर की वर्ष 2024 तक के लिये पेयजल की आपूर्ति हेतु एशियन डेवलपमेंट बैंक से ऋण पर आधारित नगर पालिक निगम ग्वालियर के अंतर्गत संचालित प्रोजेक्ट उदय के तहत आर.सी.सी. की टंकियों को भरने व जल वितरण हेतु पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है।

2-                  मेसर्स जमशेदपुर यूटिलिटिज एण्ड सर्विसेज कम्पनी लिमिटेड (टाटा का उपक्रम) को नगर ग्वालियर में जल वितरण नलिकाऐं बिछाने हेतु अनुबंधित किया गया है। पत्र में उल्लेखित स्थल पर इसी अनुबंध के तहत पाइप लाइन बिछायी गयी है। सम्पादित अनुबंध में पाइप लाइन बिछाने का उपयोग की जा रही सामग्री जैसे-पाइप, स्लूस बाल्ब इत्यादि की गुणवत्ता का थर्ड पार्टी परीक्षण राष्ट्रीय स्तर की एजेंसी राइटस, सी.ई.आई.एल. के द्वारा किया जाना निर्धारित है। तदानुसार परीक्षण के उपरांत प्राप्त सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। इसी तरह बिछायी गयी पाइप लाइनों की टेस्टिंग 9.00 Kg./cm2 प्रेशर पर की जाना है।

3-                  संदर्भित पत्र में उल्लेखित स्थल पर फर्म के द्वारा बिछायी गयी पाइप लाइन का पंचमुखी हनुमान मंदिर के पूर्व से निर्मित सम्पवैल से जलप्रदाय करने में उपयोग करने के लिये पाइप लाइन में मोटरपम्प के माध्यम से जलप्रदाय किये जाने के दौरान कुछ स्थल पर पाइप के ज्वाइंटस खुल गये हैं। पाइप लाइन नहीं फटी है। सामान्यत: पाइप लाइन के टेस्टिंग के कार्य में ज्वाइंटस का खुलना घटित होता है। इसके अतिरिक्त पाइप लाइन पर स्थापित किये गये स्लूस बाल्ब को अज्ञात रूप से काटे जाने के कारण स्थल पर पाइप लाइन में गेप हो गया था, जिसकी जानकारी पाइप लाइन में जलप्रदाय करने के दौरान सामने आयी है। आम नागरिकों के द्वारा उल्लेखित स्थल पर पाइप लाइन से पानी निकलने एवं ज्वाइंटस से पानी निकलने की घटना को पाइप लाइन फटना समझा गया है और माननीय मंत्री महोदय को शिकायत की गयी है। वस्तुस्थिति यह नहीं है। स्थल पर पाइप लाइन के ज्वाइंटस खुले हैं। इसके अतिरिक्त वस्तुस्थिति यह भी है कि फर्म के द्वारा स्थल पर कार्य करने में लापरवाही दी गयी है, जिसके कारण उल्लेखित क्षेत्र में परेशानी हुयी है। इसके लिये फर्म को पूर्व में एवं पुन: नोटिस दिया गया है। भविष्य में ऐसी स्थिति निर्मित न हो इस हेतु सुनिश्चित किया गया है।

4-                  अभी उल्लेखित कार्य का भुगतान नहीं किया गया है। फर्म के द्वारा पाइप लाइन ठीक करने का कार्य किया जा रहा है। विधिवत जलप्रदाय सुनिश्चित होने के उपरांत अतिशीघ्र अवगत कराया जायेगा।