शुक्रवार, 4 दिसंबर 2009

बिजली: आपके हाथ में है बिल कम करने का रिमोट

बिजली: आपके हाथ में है बिल कम करने का रिमोट

ग्वालियर 3 दिसम्बर 09। बिजली का बिल बहुत ज्यादा आने पर आप इलेक्ट्रोनिक मीटर या बिजली कंपनी को कोसते हैं पर ज्यादा बिल के लिये आपकी आदतें भी दोषी हो सकती हैं। यदि आप थोड़ा सा ध्यान रखें तो नये टैरिफ के बाद भी बिल ज्यादा होने की आपकी चिंता बढ़ेगी नहीं। आपके बिल को नियंत्रण करने की चाबी आपके  पास होगी। बस आपको विद्युत उपकरणों का आवश्यकतानुसार उपयोग करने के बाद बिल को सीमा में रखने के लिये आपको अपनी आदतों में बदलाव करना होगा। इसके लिये एक आंकलन के अनुसार पता लगाया कि अधिकांश शहरवासी रिमोट चलित विद्युत उपकरणें को ''स्टैंडवाय'' मोड पर छोड़ देते हैं। जिससे उपकरण भले ही बंद हो जायें, परंतु इनमें सतत विद्युत प्रवाहित होती रहती है और हम रिमोट उपयोग करने की आदत की वजह से प्रतिमाह अपने बिल में वृध्दि कर लेते हैं। आप किस तरह अपने बिल को कम से कम कर सकते हैं।

      एक रिटायर्ड अधिकारी के घर का बिल हर महीने मात्र 600 से 700 रूपये के बीच आता है। चूकिं वे रिमोट से चलने वाले उपकरणों को स्टैंड वाय मोड में नहीं छोड़ते। यदि आप स्विच ऑफ नहीं करते हैं और रिमोट से बंद करके उपकरणों को छोड़ देते हैं तो भी बिजली की खपत बढ़ जाती है। शहर की पॉश कालोनियों में रहने वालों के बीच एक सर्वे किया गया तो सामने आए आंकड़ों के अनुसार 70 फीसदी लोग टीवी रिमोट से ही ऑन-ऑफ करते हैं। मेन स्विच से नहीं। ऐसे में टीवी स्क्रीन भले ही ऑफ हो जाता हो पर टीवी में पावर सप्लाई चालू रहती है। इससे 21 इंच के टीवी में 15 वाट का करंट निरंतर प्रवाहित होता रहता है व आपके मीटर को आगे बढ़ाता रहता है, जिसके कारण इन 70 फीसदी लोगों को हर महीने लगभग 37 रूपये और हर साल 444 रूपये का अतिरिक्त भार सहना पड़ता है। इन घरों में एसी. म्यूजिक सिस्टम तो रिमोट से बंद होते ही हैं। कंप्यूटर भी स्टैंड वाय मोड पर रहता है। 30 फीसदी लोगों ने बताया कि रात में सोते समय ही टीवी मेन स्विच से बंद करते हैं। ऐसे में इनके रिमोट चलित विद्युत उपकरण दिन में करीब आठ घंटे रिमोट से ही बंद रहते हैं व इन्हें सालभर में एक सिस्टम के लिये लगभग सवा दो सौ रूपये अतिरिक्त देना पड़ते हैं।

      आधुनिक विद्युत उपकरणों का इस्तेमाल करने के बाद भी न्यूनतम बिल भरने वाले एक व्यवसायी का कहना है कि पहले उन्हें शिकायत रहती थी कि उनका विद्युत बिल अधिक आता है लेकिन बाद में एक इलेक्ट्रिशियन की सलाह पर वे 20 कॉम्पेक्ट फ्लोरोसेंट लैम्प (सी एफ एल.) खरीदकर लाये। 20 वॉट के ये लैम्प 60 वॉट के वल्व या 55 वॉट की टयूबलाइट के बराबर रोशनी देते हैं और बिजली की 70 प्रतिशत तक बचत करते हैं। उन्होंने बताया कि रिमोट से चलने वाली सारी चीजें हम लोग मेन स्विच से ऑन ऑफ करते हैं क्योंकि स्टैंड वाय मोड पर 5 से 15 वॉट तक बिजली की खपत होती है। एक स्कूल के प्रधानाचार्य का कहना है कि वे पहले घर के रिमोट चलित सभी विद्युत उपकरण रिमोट से ही बंद करते थे जिससे बिल अधिक आता था, बाद में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की सलाह पर सेफ्टी और बिजली की बचत के लिये मेन स्विच से टीवी बंद करना प्रारंभ कर दिया व घर में टयूबलाइट की जगह सीएफएल. लगाये जिससे बिल कम आने लगा है। उनका कहना है कि वे अब स्कूल के बच्चों को भी बिजली बचाने की सलाह देते हैं। एक सरकारी कर्मचारी का कहना है कि एक बार उनका बिल उनके पड़ोसी ने देखा तो कहने लगे कि विद्युत उपकरण तो दोनों लोगों के घरों में बराबर ही चलते हैं पर आपका बिल कम क्यों आता है। उस समय तो में समझ नहीं पाया पर बाद में जब एक इलेक्ट्रिशियन को दिखाया तो उसने बताया कि इनके यहां पुराने जमाने का पंखा और रेग्यूलेटर लगा है जिससे बिजली की ज्यादा खपत होती है।

      इलेक्ट्रिकल इंजिनियर का कहना है कि पंखे के रजिस्टैंस कम स्पीड करने पर पावर को हीट में बदल देते हैं। इससे बिजली की खपत पर असर नहीं पड़ता। पंखा कम स्पीड में चलाये या ज्यादा बिल तो बराबर बनेगा। इलेक्ट्रोनिक रेग्यूलेटर लगायेंगे तो पंखा जितनी स्पीड से घूमेगा उतनी ही बिजली खर्च होगी।

 

ऐसे करें ऊर्जा की बचत

·                     कमरे से बाहर निकलने पर पंखा व अन्य विद्युत    उपकरण बंद कर दें।

·                     रात्रि को सोने से पहले घर के अनावश्यक विद्युत     उपकरण बंद करें।

·                     टीवी व अन्य रिमोट चलित उपकरण मेन स्विच     से ही बंद करें।

·                     घरों में रोशनी के लिये सीएफएल. का उपयोग       करें।

·                     पंखों में रजिस्टैंस वाले रेग्यूलेटर की जगह   इलेक्ट्रोनिक रेग्यूलेटर का उपयोग करें।

·                     स्पॉट लाइट के रूप में इस्तेमाल होने वाले बल्वों     को यथासंभव कवर न करें।

·                     फ्रिज में भोज्य पदार्थ रखने से पहले उसे   सामान्य तापमान पर आ जाने दें।

 

हर महीने 37 रूपये की बचत

      म्यूजिक सिस्टम, टीवी, एसी, कंप्यूटर आदि स्टैंड बाय मोड पर 5 से 15 वॉट तक बिजली की खपत करते हैं। ऐसे में अगर महीने भर भी टीवी बंद रहे तब भी 15 वॉट के हिसाब से एक दिन में 0.36 यूनिट व 30 दिन में 10.8 यूनिट बिजली खर्च होती है।

 

रोशनी एक, खर्च अलग-अलग

 

 बल्ब

 

लैम्प

 

60 वॉट

 

20 वॉट सीएफएल.

 

एक दिन की खपत

 

एक दिन की खपत

 

1.4 यूनिट खर्च

 

0.5 यूनिट खर्च

 

लगभग 5.10 रूपये

 

लगभग 1.70 रूपये

 

 

कोई टिप्पणी नहीं: