शनिवार, 24 अप्रैल 2010

शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर लापरवाही बर्दाश्त नहीं : डॉ. अंजली रायजादा

शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर लापरवाही बर्दाश्त नहीं :  डॉ. अंजली रायजादा

ग्वालियर दिनांक- 23.04.2010-   शहर के विभिन्न वार्डों में सफाई एवं सीवर सफाई व्यवस्था को लेकर लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी इसके लिये संबंधित क्षेत्राधिकारी एवं उपायुक्त अपने-अपने क्षेत्र की निरंतर मॉनिटरिंग करें तथा सफाई व्यवस्था के लिये आवश्यक संसाधनों के लिये प्रस्ताव बनाकर भेजे। उक्ताशय की निर्देश नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग की प्रभारी डॉ. अंजली रायजादा ने आज स्वास्थ्य विभाग की बैठक में अधिकारियों को दिये।

       स्वास्थ्य विभाग की बैठक दोपहर 02.30 बजे नगर निगम परिषद सभागार में आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य प्रभारी डॉ. अंजली रायजादा, सदस्य कृष्णराव दीक्षित, नूरआलम वारसी, कमलकुमार मांझी तथा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओ.पी. कौरव, सहायक कचरा प्रबंधन अधिकारी भूषण पाठक सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं सभी क्षेत्राधिकारी उपस्थित थे। बैठक में सर्वप्रथम डॉ. रायजादा द्वारा शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई तथा सभी आवश्यकताओं पर विचार किया गया। इस दौरान सदस्यों द्वारा सुझाव दिये गये कि समुचित सफाई व्यवस्था के लिये प्रत्येक वार्ड में एक ट्राइसाइकिल तथा हाथ ठेले की अतिरिक्त व्यवस्था होनी चाहिये। इसके साथ ही पर्याप्त कन्टेनरों की व्यवस्था होनी चाहिये। वहीं सदस्यों द्वारा सुझाव दिया गया कि सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिये प्रत्येक वार्ड में 5-5 अतिरिक्त सफाईकर्मियों की और आवश्यकता है इसके लिये प्रस्ताव बनाकर भेजा जावे।

       बैठक के दौरान डॉ. रायजादा द्वारा स्टोर प्रभारी से कचरा प्रबंधन के बजट की जानकारी मांगी गई कि अभी तक स्वास्थ्य कचरा प्रबंधन के लिये क्या-क्या सामान खरीदा गया तथा कितना बजट उपलब्ध है इसकी पूरी लिखित जानकारी दें। वहीं बैठक के दौरान स्वास्थ्य प्रभारी द्वारा स्वास्थ्य अधिकारी से शहर में नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही विभिन्न कार्यवाहियों के बारे में जानकारी प्राप्त की जिसमें स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओ.पी. कौरव ने बताया कि खाद्य लायसेंस के लिये प्राप्त 120 आवेदनों में से 91 लायसेंस जारी किये गये हैं तथा 18 मास-मछली विक्रेताओं के खिलाफ कार्यवाही की गई है इसके साथ ही अमानक पोलिथीन विक्रेताओं एवं निर्माताओं के खिलाफ भी कार्यवाही की गई है।

       बैठक के दौरान सदस्यों द्वारा शहर में अमानक खाद्य सामग्री विक्रय करने वाले विक्रेताओं के खिलाफ कार्यवाही करने को लेकर जानकारी चाही गई तथा मांग की कि नगर निगम की अपनी लेब होनी चाहिये एवं सेम्पलिंग के पावर भी होने चाहिये इसके लिये प्रस्ताव बनाकर भेजा जाये। वहीं सदस्यों द्वारा मांग की गई कि छापामार कार्यवाही करने से पहले सदस्यों को इसकी सूचना दी जाये। बैठक के दौरान सदस्यों द्वारा शहर में स्थित भैंस डेयरियों के खिलाफ कार्यवाही करने एवं इन्हें शहर से बाहर करने के बारे में जानकारी प्राप्त की गई जिस पर स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि जब तक इनके व्यवस्थापन की व्यवस्था कहीं नहीं की जायेगी तब तक इनको शहर से बाहर भेजना मुश्किल है। भैंस डेयरी संचालकों के लिये गोकुल नगर बनाने की प्रक्रिया चल रही है।

बैठक के दौरान स्वास्थ्य प्रभारी अंजली रायजादा द्वारा उपस्थित अधिकारियों से सफाई व्यवस्था एवं अन्य व्यवस्थाओं की नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश दिये।

 

कोई टिप्पणी नहीं: